मुज़फ्फरनगर
आज एसएसपी अभिषेक यादव मुज़फ्फरनगर के आदेश पर छपार थानाध्यक्ष ने पैदल जा रहे करीब 32 प्रवासी मजदूरो को सदर ब्लॉक के खामपुर गाँव के प्राइमरी स्कूल में बने आश्रय स्थल में ठहराया.
प्रवासी मजदूरों में पश्चिम चंपारण बिहार के 19, छपरा- सीवान बिहार के 4, रोहताश बिहार के 2, उन्नाव यूपी के 3, हरदोई यूपी के 4, प्रवासी मजदूर हैं. इनमे एक महिला और एक साल का बच्चा भी शामिल हैं.
मजदूरों ने बातचीत में बताया कि हमने चंडीगढ़ से अपने घऱ जाने के लिए यमुना के रास्ते सहारनपुर में प्रवेश किया था. क्योंकि हाईवे पर पुलिस आगे नही जाने दें रही थीं. उन्होने कहा कि हमने 4 से 5 हज़ार रूपये में अपने ग्रह जनपद जाने के लिए कुछ साइकिल खरीदी थीं.लेकिन हमें सहारनपुर में कहा गया कि अगर आपको घऱ जाना हैं तो साइकिल यही छोड़नी होगी. फिर हमने आनन फानन में अपनी साइकिलो को 1500 से 2000 रूपये में औने पौने दाम पर सहारनपुर में ही बेच दिया. फिर यहां पुलिस ने हमें और दूसरे लोगो को ट्रक में सवार कर दिया. लेकिन ट्रक ड्राइवर ने परमिशन न होने के कारण हमें मुज़फ्फरनगर ज़िलें में प्रवेश करते ही हाईवे पर उतार दिया. हम यहाँ से फिर अपने गंतव्य कि तरफ पैदल ही चल पड़े. लेकिन हमें आगे नही जाने दिया गया. अब पुलिस हमको यहाँ लेकर आ गयी हैं.
यहाँ ग्राम प्रधान मुहम्मद आमिर और एक्शन ऐड के जिला समन्वयक कमर इंतेखाब ने अपने स्तर से प्रवासियों को खाना, साबुन, तेल, शेम्पू, बिस्कुट, दूध, दरी और नहाने के लिए बाल्टी मग आदि ज़रूरत के सामान की व्यवस्था कराई.
अभी सुरक्षा की दृष्टि से अभी आश्रय स्थल पर पुलिस तैनात कर दी गयी हैं. प्रवासियों कि सेवा करने में गाँव के मनोज, अमजद, जहांगीर, तौकीर, इदरीस आदि युवको ने सहयोग दिया।
नई पहल -एक्शन एड/ युनीसेफ़ एसोसिएशन इंडिया कर रही है प्रवासियों को ज़रूरत के सामान की व्यवस्था