मुज़फ्फरनगर में बसपा ने उठाई मीट की दुकाने खुलवाने की मांग

 मुज़फ्फरनगर
जब शराब की दुकान खुल सकती है तो मीट की क्यो नही?
रमज़ान के महीने में मीट की हो रही दिक्कत के चलते बसपा नेताओ ने गोश्त का सेवन करने वाले लोगो का दर्द समझा और अफसरों को अवगत कराया।बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रेमचंद गौतम व महानगर अध्यक्ष माजिद सिद्दीकी ने एडीएम प्रशासन अमित सिंह से मुलाकात कर मीट की दुकानें खुलवाने की मांग उठाई। ज्ञापन में बसपा नेताओ ने मांग उठाई की रमजान का महीना चल रहा है वही ज़िले में लॉक डाउन भी चल रहा है। ऐसे में मुस्लिम समाज के लोगो को गोश्त की दिक्कत हो रही है। जबकि शहरी इलाके में मीट के लाइसेंस की लगभग 40 से 50 मीट है, जब खाद्य सामग्री को अनुमति है तो मीट की दुकाने भी खुलवा दी जाए। यह दुकाने 45 दिन से पूर्ण रूप से बंद है। सभी दुकानदार मजदूरी पेशा है जो अब लॉक डॉउन के चलते बेरोजगार हो गए हैं । इन दुकानों पर सहायक भी रहते हैं। उपरोक्त लोग इस कार्य के अलावा कोई कार्य भी नहीं कर सकते। उपरोक्त सभी लोग मीट फैक्ट्री से लाकर मीट बेचते है। ज्ञापन में कहा गया कि मीट की दुकानें सुबह 6:00 बजे से 9:00 बजे तक मिलने वाली छूट में ही खोलने की इजाजत दे दी जाए। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मीट विक्रेता सोशल डिस्टेन्स का पूरी तरह पालन करेंगे। इसके लिये दुकानदार शपथ पत्र भी देने को तैयार है।