दिल्ली पुलिस के सिपाही की कोरोना से हुई मौत नहीं मिला कहीं ईलाज ..

 


नई दिल्‍ली-


दिल्ली पुलिस में कोरोना से पहली मौत हुई है। यह पहली मौत दिल्ली के भारत नगर थाने में तैनात सिपाही अमित कुमार (31) की हुई है। अमित में अंतिम समय तक कोरोना पॉजिटिव के कोई लक्षण नजर नहीं आये थे,लेकिन सांस लेने में कुछ तकलीफ मिलने पर खुद ही कोरोना जांच करायी थी, अचानक तबियत बिगड़ने पर साथी दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में ले कर गए, पर कहीं भी ईलाज नहीं मिला जिससे आखिर सिपाही जिंदगी की जंग ही हार गया ,आज मौत के बाद उसकी मौत कोरोना से होने की पुष्टि होने के बाद दिल्ली पुलिस में हडकंप मच गया है |


 
दिल्ली पुलिस मुख्यालय ने कोरोना पॉजिटिव के चलते सिपाही अमित की मौत की पुष्टि की है। दिल्ली पुलिस के किसी कर्मी की कोरोना के कारण मौत का यह पहला मामला है |अमित की मौत के बाद उनके एक दोस्त का रोते हुए ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमे वो कहीं ईलाज न मिलने की बात कर रहा है,इससे भी शर्मनाक बात ये रही कि जिस समय अमित ज़िन्दगी की जंग लड़ रहा था,उस समय उसके थाने के कोतवाल पार्टी कर रहे थे और बीमारी में भी अमित पर ड्यूटी पर आने के लिए दबाव दिया जा रहा था |डीसीपी व‍िजंयता आर्या के अनुसार, 31 साल के कॉन्स्टेबल अमित, भारत नगर थाने में तैनात थे। वो सोनीपत के रहने वाले थे। लॉकडाउन के चलते वो अपने घर सोनीपत में ही फंस गए थे और मेल से ही अपना काम कर रहे थे। जरूरत पड़ने पर ही वो कभी भारत नगर थाने, तो कभी सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट, कमला मार्केट थाने में क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में आते-जाते थे।अमित ने दो दिन पहले ही ड्यूटी ज्वॉइन की थी, जिसके बाद से उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। कॉन्स्टेबल अमित ने इलाके के दीपचंद बंधु, रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल सहित आसपास के कई अस्पतालों में चेकअप कराया। सभी ने तबीयत ठीक होने की बात कहकर उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं किया।


कोरोना के शक में कराया टेस्ट


अमित को खुद के कोरोना संक्रमित होने का शक हुआ, तो उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया। मंगलवार रात कॉन्स्टेबल अमित को सांस लेने में ज्यादा तकलीफ हुई। उनके साथी उन्हें इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही अमित ने दम तोड़ दिया।मौत के बाद उसके सैंपल कोविड-19 टेस्ट के लिए भेजे गए थे, आज आई उसकी रिपोर्ट में सिपाही के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिली है। एक वरिष्ट पुलिस अधिकारी ने बताया कि कांस्टेबल के संपर्क में आए पुलिस कर्मियों को होम क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया है। अभी शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया है। अधिकारी ने बताया कि उसके परिवार में पत्नी और तीन साल का बेटा है।बता दें कि अब तक दिल्ली पुलिस के 26 से अधिक जवान कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। उनमें से कुछ ने ठीक होने के बाद फिर से ड्यूटी भी ज्वॉइन कर ली है।


इसी बीच सोशल मीडिया पर कांस्टेबल अमित के दोस्त नवीन का एक अन्य पुलिसकर्मी से बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया। ऑडियो में नवीन अपने दोस्त की मौत की दास्तां रोते-रोते सुना रहा है। उसका कहना है कि अमित तिल-तिलकर मरता रहा, लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं ली।दिल्ली के कई बड़े अस्पताल से संपर्क करने के अलावा वह कई अस्पताल में अमित को ले गया, लेकिन किसी ने उसे भर्ती नहीं किया। अमित की तबीयत बिगड़ती चली गई। अमित का दोस्त नवीन भर्ती कर इलाज शुरू करने की गुहार लगाता रहा, लेकिन सभी ने कोरोना की रिपोर्ट आने से पहले इलाज शुरू करने से इंकार कर दिया |ऐसे में तड़प-तड़पकर अमित ने मंगलवार शाम को आरएमएल अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।


अमित का दोस्त रोते-रोते अपने दोस्त को सारी बात बता रहा है। वह बताता है कि बार-बार अमित की पत्नी उसे कॉल कर अमित को लाने की बात करती है, अब वह उन्हें क्या जवाब देगा।नवीन ने बताया कि जब अमित की तबीयत बिगड़ी तो वह उसे जिले के कोविड सेंटर ले गया, जहां से उसे अंबेडकर अस्पताल भेज दिया गया, वहां से उसे टरका दिया गया। दीपचंद बंधु अस्पताल में उसे गोली देकर अशोक विहार के कोविड सेंटर भेज दिया गया।यहां उसका किसी तरह कोरोना सैंपल लेने के बाद बताया गया कि यदि उसे भर्ती किया जाएगा तो उसे सारे काम खुद करने होंगे, अमित खुद पानी पीने की भी हालत में नहीं था, उसे यहां से भी कमरे पर वापस भेज दिया गया। कमरे पर उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई।एसएचओ लगातार ड्यूटी के लिए अमित को कॉल कर रहा था, लेकिन वह बोलने की भी हालत में नहीं था। नवीन ने जब एसएचओ को उसकी तबीयत बताई तो उसे आरएलएल अस्पताल ले जाने के लिए कहा। रास्ते में ही अमित ने दम तोड़ दिया।नवीन बताता है कि उसने मैक्स, एलएनजेपी, सरोज और शालीमार बाग के एक अन्य बड़े अस्पताल में उसकी हालत बताकर भर्ती करने के लिए कहा तो सब ने मना कर दिया। कहा कोरोना रिपोर्ट आने से पहले वह ‌कुछ नहीं कर सकते हैं। ऑडियो में पुलिसकर्मी दिल्ली सरकार के अस्पतालों पर उंगली उठा रहे हैं।


दिल्ली पुलिस आयुक्त ने दुख जताया, जवानों में सिपाही की मौत से रोष...


दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने भारत नगर थाने के सिपाही अमित कुमार की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया है। उनका कहना है कि ऐसी घड़ी में पूरी दिल्ली पुलिस अमित के परिवार के साथ खड़ी है। वहीं दूसरी ओर अमित की मौत के बाद से पूरे पुलिस महकमे में खासी नाराजगी देखने को मिली।अमित की मौके पर पुलिस कर्मियों ने रोष जाहिर किया। वहीं दूसरी एसएचओ भारत नगर का एक वीडियो वायरल हो रहा है वीडियो में एसएचओ अपनी शादी की सालगिरह मनाते हुए केक काटते हुए दिख रहे हैं। थाने के सिपाहियों का कहना है कि यह वह ही समय था जब अमित पल-पल मर रहा था, नवीन उसे लेकर यहां-वहां घूम रहा था।जवानों का कहना था कि यदि अधिकारी अमित की सुध लेते तो उसको अस्पताल में भर्ती कर इलाज मिल जाता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अमित ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया