टीईटी में फेल होने पर छात्रा ने जान दी, दो दिन पूर्व परीक्षा की आंसर सीट ऑनलाइन हुई थी अपलोड

इटावा के इकदिल थाना क्षेत्र के महानेपुर गांव में टीईटी में फेल होने से क्षुब्ध युवती ने फंदे से गला कसकर जान दे दी। घटना के समय परिवार के सभी लोग इटावा शहर में शादी में गए थे। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि परिजनों के अनुसार टीईटी में फेल हो जाने से युवती ने यह कदम उठाया।


परीक्षा की ऑनलाइन आंसर सीट देखने के बाद युवती दो दिनों से तनाव में थी। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। महानेपुर गांव में शुक्रवार सुबह सोनू नाम के युवक ने 24 साल की अविवाहित रीता का शव घर के आंगन में रस्सी के फंदे से झूलते देखा तो चिल्लाता हुआ बाहर आया। गांववालों को इसकी जानकारी दी।


सूचना मिलने पर थाना प्रभारी निरीक्षक समीर कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। कृष्ण मुरारी व सावित्री देवी की चार बेटियों व दो बेटों में तीसरे नंबर की रीता बीटीसी कर चुकी थी। हाल ही में वह टीईटी में शामिल हुई थी। दो दिन पूर्व परीक्षा की आंसर सीट ऑनलाइन अपलोड की गई। उसने रिजल्ट देखा तो वह 4 नंबरों से टीईटी पास करने से चूक गई थी। इससे वह क्षुब्ध थी। 


पुलिस ने बताया कि कृष्ण मुरारी की तीन साल पहले कैंसर की बीमारी से मौत हो चुकी है। घर में सावित्री देवी के साथ रीता के तीन छोटे भाई बहन रह रहे हैं। सबसे बड़ी गीता की बसरेहर में शादी हो चुकी है। बाकी भाई-बहन अविवाहित हैं। रीता से बड़ा भाई टिंकू गुड़गांव में पुताई का काम करता है। गत गुरुवार को रीता को छोड़कर सभी लोग इटावा चले गए थे।


यहां औरैया जिले के हाफिजपुर गांव निवासी रीता के मामा हरीबाबू की लड़की की शादी थी। उन्होंने शादी का आयोजन इटावा में किया था। महानेपुर गांव का सोनू, रीता के छोटे भाई अभिनय के साथ एक दूध कलेक्शन केंद्र चलाता है। चूंकि अभिनय शादी में गया था, लिहाजा सोनू शुक्रवार सुबह रीता के घर पर भैंस दुहने गया था।


इसी दौरान उसने रीता को आंगन में रस्सी के फंदे पर लटके हुए देखा। खबर मिलने पर मां, भाई-बहन घर पहुंचे। मामा हरीबाबू ने बताया कि जब रीता शादी में शामिल होने नहीं आई तो उन्होंने गत गुरुवार को उसे लाने के लिए गाड़ी भी भेजी थी। लेकिन उसने आने से इनकार कर दिया था।