जेएनयू हिंसा: आइशी बोलीं- मेरे खिलाफ 70 एफआईआर दर्ज हों तो भी नहीं डरूंगी

जेएनयू हिंसा: आइशी बोलीं- मेरे खिलाफ 70 एफआईआर दर्ज हों तो भी नहीं डरूंगी

आइशी ने कहा कि भले ही उनके खिलाफ 70 एफआईआर दर्ज क्यों न हो जाएं लेकिन वह हार मानने वाली नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब तक बढ़ी हुई फीस वापस नहीं होगी तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।


जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने रजिस्ट्रेशन प्रकिया के खिलाफ बुधवार को हड़ताल का ऐलान किया
आइशी ने कहा कि भले ही उनके खिलाफ 70 एफआईआर दर्ज क्यों न हो जाएं लेकिन वह हार मानने वाली नहीं हैं
पुलिस ने आईशी घोष समेत 19 पर एफआईआर दर्ज की है, उन पर तोड़फोड़ और मारपीट के आरोप लगाए गए
वक़्त नहीं है? 


नई दिल्ली
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने रजिस्ट्रेशन प्रकिया के खिलाफ बुधवार को हड़ताल का ऐलान किया है। आइशी ने कहा कि भले ही उनके खिलाफ 70 एफआईआर दर्ज क्यों न हो जाएं लेकिन वह हार मानने वाली नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब तक बढ़ी हुई फीस वापस नहीं होगी तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। बता दें कि रविवार को जेएनयू परिसर में हुए हमले में आइशी भी चोटिल हुई थीं। इसके बाद पुलिस ने आईशी घोष समेत 19 पर एफआईआर दर्ज की है। उन पर तोड़फोड़ और मारपीट के आरोप लगाए गए। उधर, जेएनयू हिंसा पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा गठित चार सदस्यीय समिति बुधवार को जेएनयू परिसर का दौरा करेगी।
आइशी ने कहा, 'मेरे खिलाफ तीन एफआईआर हैं लेकिन मैं वाइस चांसलर से डरी नहीं हूं। अगर वे (वीसी और पुलिस) बढ़ी हुई फीस को लेकर 70 दिन तक विरोध प्रदर्शन पर मेरे खिलाफ 70 एफआईआर भी दर्ज करें तो भी हमारा संघर्ष जारी रहेगा।' आइशी ने कहा कि पूरी तरह फीस वापस न लेने तक बहिष्कार करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जेएनयू छात्र संघ बुधवार को फीस बढ़ोत्तरी को लेकर हड़ताल का ऐलान किया है।


दीपिका पर बोलीं आइशी- आवाज उठानी ही चाहिए
आइशी घोष ने बॉलिवुड ऐक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के मंगलवार को जेएनयू कैंपस आने पर कहा, 'जब आप किसी पद पर हों तो आवाज उठाना ही चाहिए।' वहीं छात्रों के यूनिवर्सिटी कैंपस छोड़ने पर आइशी ने कहा, 'यह लड़ाई आप लोगों के बिना नहीं लड़ी जा सकती। जेएनयू मेरा घर है और हमेशा रहेगा।'


जेएनयू छात्रसंघ का आरोप, कुलपति कर रहे पक्षपात
जेएनयू छात्र संघ ने विश्वविद्यालय के कुलपति पर पक्षपात का आरोप लगाया है। छात्रसंघ का कहना का कहना है कि आइशी घोष के खिलाफ एफआईआर करवा कर जेएनयू प्रशासन ने यह जाहिर कर दिया है कि इस लड़ाई में वह किसकी तरफ है। छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने जेएनयू प्रशासन की शिकायत पर केस दर्ज कराया है।


पूर्व छात्र भी पहुंचे जेएनयू
जेएनयू प्रशासन द्वारा करवाई गई एफआईआर के खिलाफ मंगलवार शाम जेएनयू के पूर्व छात्र भी अपना विरोध दर्ज कराने विश्वविद्यालय पहुंचे। जेएनयू छात्रसंघ की ओर से जारी आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया कि कुलपति और उनका कार्यालय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों को बचाने में जुट गया है। छात्रसंघ का कहना है कि विश्वविद्यालय में लोकतांत्रिक तरीके से किए जा रहे विरोध को जेएनयू प्रशासन ने आपराधिक बना दिया। छात्रसंघ का कहना है कि आइशी घोष के अलावा छात्रसंघ के 20 अन्य सदस्यों के खिलाफ भी प्रशासन की ओर से पुलिस को शिकायत दी गई है।


72 दिनों से धरना
बता दें कि जेएनयू में छात्रसंघ के नेता और अन्य छात्र शिक्षण शुल्क व हॉस्टल की फीस बढ़ाए जाने के खिलाफ करीब 72 दिनों से धरना दे रहे हैं। जेएनयू में हुई हिंसा वह छात्रसंघ नेताओं पर एफआईआर के विरोध में मंगलवार को जेएनयू के पूर्व छात्र भी अपना विरोध दर्ज कराने यहां पहुंचे। पूर्व छात्रों ने जेएनयू ओल्ड कैंपस से जेएनयू के नॉर्थगेट तक विरोध मार्च निकाला।