दो बीवियों के चक्कर में उलझा था पति, पंचायत ने तीनों की खुशी के लिए निकाला यह रास्ता

दो बीवियों के चक्कर में उलझा था पति, पंचायत ने तीनों की खुशी के लिए निकाला यह रास्ता


शौहर को लेकर उसकी दो बीवियों के बीच दो साल से चल रहा विवाद शनिवार को हुई पंचायत में चौंकाने वाले फैसले के साथ समाप्त हो गया। इस फैसले के तहत दोनों बीवियों ने शौहर के दिन आपस में बांट लिए हैं। अब शौहर एक दिन पहली बीवी के साथ रहेगा तो दूसरे दिन दूसरी बीवी के साथ। एक ही घर में दोनों बीवियां अलग-अलग रहेंगी। 


बड़ौत नगर के एक मोहल्ले के रहने वाले व्यक्ति का निकाह 2009 में शामली जनपद की युवती के साथ हुआ था। शादी के सात साल तक उनके यहां संतान नहीं हुई। इसकी वजह से दोनों परेशान थे। संतान सुख की प्राप्ति के लिए महिला ने अपने शौहर को दूसरा निकाह करने की सलाह दी।  


बीवी के कहने पर व्यक्ति ने 2016 में एक युवती से दूसरा निकाह कर लिया। कुछ दिनों तक सब ठीक चला। मगर, इसके बाद दूसरी बीवी शौहर पर अपना पूरा हक जताने लगी और पहली बीवी से मिलने जुलने पर पाबंदियां लगानी शुरू कर दीं।  


इसे लेकर दोनों महिलाओं के बीच मारपीट की नौबत तक आ गई। वर्ष 2017 में यह मामला कोतवाली बड़ौत पहुंचा। यहां से दोनों पक्षों को समझाबुझाकर घर भेज दिया गया। इसके बाद फिर से दोनों महिलाओं के बीच विवाद शुरू हो गया। युवक की दूसरी बीवी का एक बेटा है।  


मामला उलझता देख परिवार व रिश्तेदारों ने शनिवार को पंचायत बुलाई और दोनों बीवियों को आमने-सामने बैठाया और उनकी शिकायतें सुनीं। दोनों बीवियां अलग-अलग मकान में रहना चाहती थीं जबकि शौहर ने इसमें असमर्थता जताई। बाद में पंचायत ने दोनों बीवियों को मकान में ही अलग-अलग कमरों में रहने की सलाह दी।  


इस पर महिलाओं ने शर्त रखी कि पति एक दिन पहली बीवी के साथ रहेगा और दूसरे दिन दूसरी बीवी के साथ। राशन भी अलग-अलग देना देगा। इस पर पति ने सहमति जता दी। यह मामला पूरे मोहल्ले में चर्चा का विषय बना हुआ है।  


मामला संज्ञान में नहीं 
बड़ौत कोतवाली के एसएसआई बलराम का इस संबंध में कहना था कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। यदि कोई शिकायत होती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।