सोशल मीडिया पर आई एम को एम, व्हेयर को डब्लूएचआर, प्लीज को पीएलजेड, फाइन को एफएन, यू को केवल यू, वाई को केवल वाई और आर के स्थान पर केवल अक्षरों में आर लिखा जा रहा है। छात्रों की शॉर्ट फार्म लिखने की यह आदत अब उनके लिए मुसीबत बन गई है। होम एग्जाम और प्री बोर्ड में छात्र अंग्रेजी में पूरा शब्द लिखने के स्थान पर केवल आधे अधूरे शब्द लिख रहे हैं, जिस कारण उनके नंबर कट रहे हैं। अगले महीने बोर्ड एग्जाम शुरू होने वाले हैं। अगर छात्रों ने अपनी आदत में सुधार नहीं किया तो उनके लिए बड़ी समस्या बन जाएगी।
शिक्षकों ने बताया कि कई बार छात्रों को चेतावनी देने के बाद भी उनमें सुधार नहीं आ पा रहा है। प्लीज, आईएम, व्हेयर, एम, वाई, यू, आर, प्लीज, वेलकम, ओके, दिनों के नाम, महीनों के नाम, थैंक्यू, फाइन सहित तमाम ऐसे शब्द हैं जिनको छात्र केवल शॉर्ट फार्म में ही लिखने लगे हैं। कक्षा में नोट्स बनाने से लेकर आंसर कॉपी में भी छात्र इसी शॉर्ट फार्म का प्रयोग कर रहे हैं। अंग्रेजी में छात्रों को आधे नंबर सही जवाब और आधे अंक स्पेलिंग, मीनिंग और ग्रामर पर मिलते हैं।
शॉर्ट फॉर्म लिख रहे छात्र
विद्यार्थी अधिकांश वक्त व्हाट्सएप, फेसबुक पर बिताते हैं, उस पर बातचीत शॉर्ट फॉर्म में ही होती है। ये शॉर्ट फॉर्म लिखने की आदत छात्रों में इस तरह घर कर गई है कि विद्यार्थी पेपर में भी वही लिखते हैं। होम एग्जाम, प्रीबोर्ड में ये परेशानी सामने आई है। - डॉ. अरशद सम्राट प्रिंसिपल सम्राट इंटर कॉलेज मुज़फ्फरनगर
वोकेबलरी हो रही कमजोर
छात्रों में शॉर्ट फार्म लिखने की आदत के कारण उनकी वोकेबलरी और ग्रामर दोनों कमजोर हो रही है। छात्रों को स्पेलिंग याद नहीं रहती, स्पेलिंग में काफी गलतियां मिलती हैं। क्योंकि शॉर्ट फॉर्म के कारण छात्र स्पेलिंग पर ध्यान नहीं देते। - सगुुुफा नाज़, शिक्षिका अंग्रेजी सम्राट इंटर कॉलेज मुज़फ्फरनगर
नम्बर पड़ेगा असर
बोर्ड ही नहीं होम एग्जाम वाले छात्रों में भी शॉर्ट फार्म लिखने की आदत बढ़ रही है। कक्षाओं में शिक्षक खासतौर पर वोकेबलरी, ग्रामर को सुधारने पर ही जोर दे रहे हैं। इंग्लिश में ग्रामर, मीनिंग और स्पेलिंग तीनों मिलाकर अंक मिलते हैं। - नुसरत परवीन प्रिंसिपल सम्राट पब्लिक स्कूल मुुुज़फ्फरनगर