मुजफ्फरनगर बवाल: मीनाक्षी चौक की 67 दुकाने सील, वीडियोग्राफी और फोटो से चिह्नित किए जा रहे उपद्रवी

मुजफ्फरनगर बवाल: मीनाक्षी चौक की 67 दुकाने सील, वीडियोग्राफी और फोटो से चिह्नित किए जा रहे उपद्रवी


मुजफ्फरनगर में मीनाक्षी चौक पर प्रशासन द्वारा सील की गईं दुकानें।
मुजफ्फरनगर में मीनाक्षी चौक पर प्रशासन द्वारा सील की गईं दुकानें। - फोटो : MUZAFFARNAGAR
मुजफ्फरनगर के मीनाक्षी चौक पर पुलिस पिकेट बूथ चौकी सहित बाइक और कारों में लगाई गई आग से हुए नुकसान को लेकर भरपाई दुकानदारों से होगी। प्रशासन ने मीनाक्षी चौक की 67 दुकानों में सील लगा दी है।
मीनाक्षी चौक पर शुक्रवार को कई घंटे चले बवाल में शहर में बड़ा नुकसान हुआ है। बड़ी संख्या में कार और दुपहिया वाहनों में आग लगाई गई। मीनाक्षी चौक पर बने पुलिस पिकेट बूथ चौकी को भी आग के हवाले कर दिया गया था।


पुलिस की गाड़ी भी तोड़ दी गई। इस सारे नुकसान की भरपाई बवालियों से ही होगी। जिला प्रशासन का कहना है कि मीनाक्षी चौक के दुकानदारों ने उपद्रवियों को सहयोग किया। इन दुकानदारों से नुकसान की भरपाई कराई जाएगी।
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डीएम सेल्वा कुमारी जे के निर्देश पर तहसील, वाणिज्यकर विभाग ने दुकानों पर सील लगाने की कार्रवाई की है। एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने बताया कि कुल 67 दुकानों पर सील लगाई गई है। अब इन दुकानदारों को नोटिस जारी किया जाएगा। नोटिस के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। नोटिस किस धारा में जारी होगा यह देखा जा रहा है।


एक दुकान की तोड़ दी गई सील
मीनाक्षी चौक पर एक तरफ प्रशासन ने दुकानों में सील लगाने की कार्रवाई की। दूसरी तरफ फूड एज मूड पर लगी सील तोड़ दी गई। टूटी सील भी वहीं पर पड़ी रही। एडीएम प्रशासन अमित का कहना है कि हमें सील तोड़े जाने की जानकारी नहीं है।
नगर में हुए बवाल में शामिल उपद्रवियों को चिह्नित करने में पुलिस लगी रही। प्रदर्शन के दौरान की गई वीडियोग्राफी, सीसीटीवी कैमरों और फोटो से बवालियों को चिह्नित किया जा रहा है। इनमें बड़ी संख्या में मुंह पर कपड़ा लपेटे युवा भी शामिल थे। प्रशासन ने ड्रोन से भी वीडियोग्राफी कराई थी। शनिवार को भी हुए पथराव के दौरान पूरे क्षेत्र की ड्रोन से वीडियोग्राफी कराई गई है।


शुक्रवार को मीनाक्षी चौक पर प्रदर्शन के दौरान प्रशासन ने ड्रोन से वीडियोग्राफी कराई थी। इसके अतिरिक्त फोटोग्राफी भी कराई जा रही थी। हालांकि जब हिंसा शुरू हुई तो ड्रोन बंद कर दिया गया, लेकिन प्रशासन की ओर से वीडियोग्राफर लगाकर पूरे घटनाक्रम की वीडियो तैयार कराई गई है। इसके अतिरिक्त बवालियों के फोटो भी लिए गए हैं।


प्रशासन इन्हीं के जरिये उपद्रव फैलाने वालों को चिह्नित कर रहा है। पथराव एवं आगजनी करने वालों में बड़ी संख्या में युवा शामिल थे। इनमें अधिकांश ने अपने मुंह पर कपड़े बांधे हुए थे। वीडियो में इनकी पूरी हरकतें कैद हुई हैं। पुलिस ने इन पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर ली है। इसलिए बड़ी संख्या में अज्ञात लोगों को मुकदमों में शामिल किया गया है।