झारखंड में सरकार बनाने के लिए झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की जीत पर विपक्षी दलों ने जनादेश को सीएए और एनआरसी से जोड़ते हुए कहा कि लोगों ने भाजपा के 'अहंकार' को ध्वस्त कर दिया.

शिबू सोरेन के आवास पर बैठक आज, हेमंत सोरेन को चुना जाएगा विधायक दल का नेता


 झारखंड में सरकार बनाने के लिए झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की जीत पर विपक्षी दलों ने जनादेश को सीएए और एनआरसी से जोड़ते हुए कहा कि लोगों ने भाजपा के 'अहंकार' को ध्वस्त कर दिया.
नई दिल्ली. झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) की अगुवाई वाले तीन दलों के गठबंधन ने 81 सदस्यीय राज्य विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में सोमवार को बहुमत हासिल कर लिया. निर्वाचन आयोग ने अपनी वेबसाइट पर यह जानकारी दी है. झामुमो के नेतृत्व में कांग्रेस (Congress) और आरजेडी (RJD) के गठबंधन को पहले ही 46 सीटों पर जीत हासिल हो चुकी है, जो सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत का आंकड़ा है.
झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections) परिणाम आने के बाद राज्य में दलों की स्थिति इस प्रकार है :
कुल सीटें: 81, घोषित परिणाम :81


भाजपा- 25
झामुमो- 30
कांग्रेस- 16
आजसू- 2
भाकपा-माले (लिबरेशन)- 1



झाविमो (पी)- 3
निर्दलीय: 2
राकांपा -1
राजद -1
जानकारी के मुताबिक हेमंत सोरेन 28 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. विधायकदल का नेता चुनने के लिए मंगलवार को शिबू सोरेन के आवास पर बैठक होगी. जहां हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना जाएगा. ख़बर ये भी है कि कांग्रेस ने डिप्टी सीएम के पद की मांग की है, हालांकि अभी इस पर फिलहाल कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
रघुवर दास ने ली हार की जिम्मेदारी
झारखंड के निवर्तमान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चुनावी हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा, ''मेरी व्यक्तिगत हार है. यह भाजपा की हार नहीं है.'' बता दें राज्य में पहली बार पूरे पांच साल मुख्यमंत्री का कार्यकाल पूरा करने वाले रघुवर दास जमशेदपुर पूर्वी सीट से हार गए हैं. उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय से करारी शिकस्त मिली है.
'भाजपा का अहंकार ध्वस्त'
झारखंड में सरकार बनाने के लिए झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की जीत पर विपक्षी दलों ने जनादेश को सीएए और एनआरसी से जोड़ते हुए कहा कि लोगों ने भाजपा के ''अहंकार'' को ध्वस्त कर दिया जबकि, भाजपा ने कहा कि झारखंड की हार में स्थानीय मुद्दों की भूमिका रही.
गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री उम्मीदवार झारखंड मुक्त मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि चुनावी जनादेश से एक नए अध्याय की शुरूआत होगी जो कि मील का पत्थर होगा. उन्होंने कहा, ''अभी हम गठबंधन के सभी सदस्यों के साथ बैठेंगे और सरकार बनाने के लिए तथा शासन के लिए रणनीति तैयार करेंगे.''


राहुल ने ट्वीट कर दी बधाई
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को झारखंड में विपक्षी गठबंधन की जीत को 'निर्णायक जीत' बताया और सहयोगी दलों, पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''झारखंड में हमारे गठबंधन की निर्णायक जीत पर कांग्रेस पार्टी और हमारे गठबंधन सहयोगियों, कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई.''
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, ''जनता रोजगार, रोटी, जल, जंगल, जमीन, खेती और व्यापार पर सरकार से सुनना चाहती है. लेकिन, भाजपा ने अपनी फेल राजनीति को छिपाने के लिए फूट डालने की पूरी कोशिश की.
उन्होंने ट्वीट में कहा, ''आज जनता का जवाब आया है. महागठबंधन के सभी साथियों को बधाई. हेमंत सोरेन जी को बधाई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बधाई और प्यार.''
पीएम मोदी ने दी हेमंत सोरेन को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन को राज्य विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बधाई दी और विजयी गठबंधन को राज्य की सेवा के लिए शुभकामनाएं दीं. गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि उनकी पार्टी झारखंड विधानसभा चुनाव के जनादेश का सम्मान करते हुये पार्टी के प्रतिद्वंद्वी गठबंधन से मिली पराजय को स्वीकार करती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि उनकी पार्टी राज्य की सेवा करती रहेगी और जनकेंद्रिंत मुद्दे उठाती रहेगी.


 
ममता बनर्जी ने भी दी बधाई
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हेमंत सोरेन को बधाई देते हुए कहा कि लोगों को विश्वास है कि वह उनकी आकांक्षाओं को पूरा करेंगे. बनर्जी ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच झारखंड के विधानसभा चुनाव हुए थे. उन्होंने झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के पक्ष में मतदान करने के लिए पड़ोसी राज्य के ''भाइयों और बहनों'' को शुभकामनाएं दी.
उन्होंने ट्वीट किया, ''झारखंड में जीत पर हेमंत सोरेन के झामुमो, राजद और कांग्रेस को बधाई. झारखंड के लोगों ने अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आप पर भरोसा जताया है. झारखंड के सभी भाइयों और बहनों को मेरी शुभकामनाएं. चुनाव सीएए और एनआरसी विरोध के दौरान हुए. यह निर्णय नागरिकों के पक्ष में है.''
एनसीपी ने कहा अहंकार हुआ चूर
झारखंड विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) गठबंधन को सत्तारूढ़ भाजपा पर मिलती बढ़त के मद्देनजर सोमवार को राकांपा ने कहा कि प्रदेश के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के ''अहंकार'' को चूर-चूर कर दिया है.
हाल में राजग का साथ छोड़ने वाली शिवसेना ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव के रुझानों ने स्पष्ट कर दिया है कि लोगों को अमित शाह नीत पार्टी की राष्ट्रीय नागरिक पंजी जैसे भावनात्मक मुद्दों पर आधारित राजनीति रास नहीं आ रही है.


भाजपा बोली स्थानीय नेतृत्व की नाकामी
उधर, भाजपा प्रवक्ता जी वी एल नरसिंहा राव ने कहा कि भाजपा राज्य में हार का विस्तार से विश्लेषण करेगी लेकिन संयुक्त विपक्ष के खिलाफ गठबंधन नहीं होना भी एक वजह रही. उन्होंने कहा, ''जनादेश दोबारा से पाने के लिए मतदाताओं को मनाने में स्थानीय नेतृत्व की नाकामी और पार्टी की भीतरी कलह इस हार की बड़ी वजह लगता है. विस्तृत विश्लेषण किया जाएगा.''
राज्य में भाजपा का चेहरा रहे निवर्तमान मुख्यमंत्री रघुबर दास को पार्टी के बागी सरयू रॉय से चुनौती मिली. राय ने जमशेदपुर पश्चिम से टिकट नहीं मिलने पर भाजपा छोड़ दी थी और जमशेदपुर पूर्वी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा जहां से दास पांच बार विधायक रहे हैं.
राव ने हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा, ''हमने देखा कि स्थानीय चुनाव तेजी से राज्य सरकार और स्थानीय कारकों से प्रभावित होते जा रहे हैं.''


कांग्रेस ने कहा मोदी-शाह ने की ध्यान भटकाने की कोशिश
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा, ''हमने लोगों के जीवन को छूने वाले मुद्दे उठाते हुए चुनाव लड़ा. हमें विश्वास है कि हम सरकार बनाएंगे.'' उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की, लेकिन लोग उनके साथ नहीं गए.''
झारखंड के लिए कांग्रेस के समन्वयक अजय शर्मा ने कहा कि यह भाजपा के भ्रष्टाचार और अहंकार की हार है.