तस्लीम बेनकाब
मुजफ्फरनगर। कोरोना के खोफ़ और दहशत को लेकर दुनिया भर में संशय बना हुआ है यह खौफ कहां ओर कब जाकर खत्म होगा अभी कुछ नहीं कहा जा सकता पूरी दुनिया इस के चुंगल में फंसी हुई है और झटपटा रही है हम अपने देश और शहर व देहात की बात करें तो यहां पर सभी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता का परिचय दिया है देश के प्रधानमंत्री ने जब भी कभी कोरोना के संबंध में कोई आह्वान किया तो उसका सभी ने पालन किया वहीं दूसरी ओर यह भी सुखद स्थिति है कि बड़े बड़े दानवीर देश हित में दान कर रहे हैं तथा देश की अर्थव्यवस्था को किसी भी कीमत पर खराब नहीं होने देना चाहते यही कारण है कि बड़े उद्योगपतियों से लेकर राजनेताओं,जनप्रतिनिधियों फिल्म अभिनेताओं से लेकर आम आदमी तक अपने स्तर से हर संभव देश हित में कुछ ना कुछ दान कर रहा है यदि निचले स्तर पर और स्थानीय स्तर पर बात करें तो बहुत लोग ऐसे हैं जो बिना किसी नाम और फोटो के गरीब मजलूम बेबस और लाचार लोगों की यथासंभव मदद कर रहे हैं। मुजफ्फरनगर में बहुत से लोगों ने अपनी हमदर्दी दिखाते हुए ऐसे लोगों की मदद की जो बहुत जरूरत मंद है तथा यह मदद अभी भी निरंतर रूप से चल रही है यह अलग बात है कि कुछ संगठन समूह और व्यक्ति विशेष फोटो खिंचवाने के चक्कर में पड़े रहते हैं लेकिन इन सबसे हटकर ऐसे भी लोग हैं जो दिल खोलकर और हैसियत न होते हुए भी गरीबों की जमकर मदद कर रहे हैं खाने के पैकेट तो दे ही रहे हैं साथ ही जो भी आर्थिक मदद कर रहे हैं वह वास्तव में सराहनीय है और ऐसे लोगों को बेनकाब अपराधी समाचार पत्र परिवार दिल से सैल्यूट और सलाम मन से करता है इन्हें गरीबों की सुध लेने की चिंता है यह स्पष्ट रूप से कहीं ना कहीं दिख रहा है हालांकि ऐसे लोग और समूह कोई भी दिखावा नहीं कर रहे हैं अपने स्तर से जो भी संभव है वह करके चल रहे हैं इन सब में अच्छी बात यह भी है कि ग्राम स्तर पर जो भावी प्रधान पद के उम्मीदवार हैं या चुनाव लड़ने की चाह रखते हैं वह भी अपनी गरज में गरीबों की ओर अपने गांव मोहल्ले वालों की भरपूर मदद एवं इमदाद कर रहे हैं लेकिन इन सब में प्रशंसा के हकदार वे लोग हैं जो सुबह-शाम खाद्य सामग्री जुटा कर गरीब एवं पात्र लोगों तक पहुंचा रहे हैं ऐसे ही व्यक्ति किसी भी समाज की बुनियाद एवं मुख्य आधार भी होते हैं इनका हम जितना भी धन्यवाद करें आभार प्रकट करें वह कम ही है।